चमगादड़ों को उल्टा लटका देख आपके मन में यह सवाल जरूर उठ रहा होगा कि आखिर ये उल्टा क्यों लटकते हैं। आखिर ऐसा क्या कारण है जिससे चमगादड़ सीधा नहीं बैठ पाते? दरअसल, इसके पीछे की वजह बेहद दिलचस्प है, जिसे जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
चमगादड़ उल्टा लटक कर क्यों सोते हैं?
चमगादड़ उल्टा लटकते हैं इसका कारण यह है कि उन्हें उड़ने में परेशानी नहीं होती है। इतना ही नहीं, चमगादड़ ही एकमात्र स्तनधारी हैं जो उड़ सकते हैं। वे (क्यों चमगादड़ लटकते हैं) पक्षियों की तरह जमीन से उड़ने में असमर्थ होते हैं, इसलिए वे उल्टा सो जाते हैं।
चमगादड़ के पंख जमीन से उड़ने में मददगार नहीं होते। इसके अलावा इनके पिछले पैर भी बहुत छोटे और अविकसित होते हैं, जो इन्हें दौड़ने में भी गति नहीं दे पाते।
चमगादड़ उल्टा सोने के बाद भी क्यों नहीं गिरते?
अक्सर हमारे मन में यह सवाल भी रहता है कि चमगादड़ उल्टा करके सोते हैं तो क्या गिरते नहीं हैं? चमगादड़ सोते समय क्यों नहीं गिरते क्योंकि उनके पैरों की नसें ऐसी होती हैं कि उनके शरीर का वजन उनके पंजों को मजबूती से पकड़ कर रखता है।
क्यों बैट्स हैंग एक रात का प्राणी है जो न केवल उल्टा सोता है, बल्कि ज्यादातर रात में उड़ता है। वे दिन भर पेड़ों की डालियों पर या गुफाओं में सोते हैं और रात में उड़ते हैं। चमगादड़ दो प्रकार के होते हैं। एक जो खोज और सूँघकर भोजन खोजता है और दूसरा जो प्रतिध्वनि से अपना भोजन खोजता है।